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पढ़िए मिसाईल की खासियत
मिसाइल का वजन 12 टन है और यह 15 मीटर लंबी है। इसे एक टन से ज्यादा का पेलोड ले जाने के लिए डिजाइन किया गया है। इसकी मारक क्षमता को पेलोड घटाकर बढ़ाया जा सकता है। अग्नि-1 को डीआरडीओ की प्रमुख मिसाइल विकास प्रयोगशाला ने रक्षा अनुसंधान विकास प्रयोगशाला एवं अनुसंधान केंद्र इमारत के साथ मिलकर विकसित किया था और इसका समाकलन भारत डायनेमिक्स लिमिटेड, हैदराबाद ने किया है। अग्नि-1 का पिछला परीक्षण इसी बेस से 14 मार्च 2016 को सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया था।
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