नगरोटा में हमले के बाद एक बार फिर केंद्र सरकार ने पाकिस्तान पर हमला किया है। सरकार ने कहा है कि पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा देना बंद करे। सरकार अब नगरोटा हमले की पूरी जानकारी आने का इंतजार कर रही है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा है कि भारत ने पाकिस्तान की ओर से प्रायोजित कई हमले सहे हैं। पार्लियामेंट पर हमला, 26/11 हमला, पठानकोट हमला, रामपुर में सीआरपीएफ पर हमला, अब ये नगरोटा का हमला। ये कुछ ऐसे उदाहरण हैं जिनके आधार पर कहा जा सकता है कि ये एक दो हफ्ते या महीने का मुद्दा नहीं है। हमें सिर्फ उसके बारे में नहीं सोचना चाहिए जो हुआ है, बल्कि उसके बारे में भी सोचना चाहिए जो नहीं हुआ है। सरकार ने इस हमले को काफी गंभीरता से लिया है।
विकास स्वरूप ने कहा कि सिर्फ भारत ही नहीं सार्क के सभी देशों ने नेपाल को लिखा था कि सार्क का एक देश है जो दूसरे देश के आंतरिक मामलों में दखल दे रहा है। इसलिये उनके चार्ज को मैं डिसमिस करता हूं। भारत बातचीत के लिये तैयार है, लेकिन उसके लिये माहौल होना चाहिए। पाकिस्तान जैसे ही सीमा पार से आतंकवादी हमले रोकेगा, द्विपक्षीय बातचीत संभव है। उन्होंने साफ किया कि जो भी ये कहता है कि हम बातचीत के लिये तैयार नहीं है, वो गलत बोल रहा है।