इन तीनों से पुलिस जब कड़ाई से पूछताछ करती है तब इस कहानी में नया मोड़ आता है। दरअसल इन चाचा-भतीजा ने ही घोडासहन में ट्रेन उड़ाने की सुपारी ली थी। सुपारी देने वाले का नाम है ब्रज किशोर गिरी जो नेपाल का निवासी है। नेपाल में भी ब्रजकिशोर के साथ दो अन्य आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं जिनके नाम हैं मुजाहिर अंसारी और शंभूगिरी।
पूर्वी चंपारण के एसपी जितेंद्र राणा ने बताया कि चाचा-भतीजा की हत्या इसलिए की गई क्योंकि वो अपने मिशन में फेल हो गए थे। ट्रेन के गुजरने के दौरान वो पटरी पर बलास्ट नहीं कर पाए। इस साजिश में कुल 10 आरोपी हैं जिनमें दो की हत्या हो चुकी है और 6 को गिरफ्तार कर लिया गया है तीन को बिहार में और तीन को नेपाल में। दो आरोपी अभी भी फरार हैं। सूत्रों के मुताबिक मोती पासवान ने ही कबूला है कि कानपुर रेल दुर्घटना कराने की साजिश भी रची गई थी। इससे जुड़े कुछ अपराधियों को सुरक्षा एजेंसियों ने पकड़ा भी है जिनका जल्द खुलासा भी हो सकता है।