नई दिल्ली। पाकिस्तान को दो-टूक संदेश देते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार(17 जनवरी) को कहा कि यदि वह(पाकिस्तान) भारत से बातचीत करना चाहता है तो उसे आतंकवाद से दूर रहना होगा। पीएम ने कहा कि भारत अकेले शांति के रास्ते पर नहीं चल सकता। पाक को भी इस सफर पर चलना होगा।
पीएम ने रायसीना डायलॉग में कहा कि अफगानिस्तान और दक्षिण एशिया के पड़ोसियों के साथ हमारे संबंध बेहतर हुए हैं। पड़ोसी देशों के साथ मेरा उद्देश्य यह है कि पूरे दक्षिण एशिया में शांति और सद्भाव हो। इसी विजन के तहत मैंने पाकिस्तान समेत सभी सार्क देशों के नेताओं को अपने शपथ ग्रहण पर न्योता दिया था और लाहौर गया था।
चीन के मुद्दे पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग और हमारे बीच इस बात पर सहमति बनी है कि द्विपक्षीय संबंधों की मजबूती के लिए व्यापक आर्थिक गतिविधियों को बढ़ाना चाहिए।
इसके साथ ही उन्होंने जोड़ा कि भारत और चीन के विकास से इन दोनों के बीच ही केवल अपार मौके सृजित नहीं होंगे, बल्कि वैश्विक रूप से ऐसा संभव होगा। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि ऐसा अस्वाभाविक नहीं है कि दो बड़े पड़ोसियों के बीच मतभेद नहीं हों। हम दोनों ही देशों को एक-दूसरे की मुख्य चिंताओं और हितों के प्रति संवेदनशीलता और सम्मान दिखाने की जरूरत है।