कुछ समय पहले भोपाल-उज्जैन ट्रेन ब्लास्ट मामले में पकड़े गए खुरासन मॉड्यूल के संदिग्ध आतंकियों ने एक नया खुलासा किया है। जिसके अनुसार इन लोगों ने पिछले साल अक्टूबर को दशहरे पर पीएम की लखनऊ रैली में ब्लास्ट किया था। यह ब्लास्ट सभा स्ठल से 250 मीटर की दूरी पर काफी कम तीव्रता पर किया गया था। जिसकी आवाज रावण दहन के शोर के कारण सुनी नहीं जा सकी थी। इस धमाके में कोई हताहत नहीं हुआ था। आतिफ मुजफ्फर उर्फ अल कासिम समेत तीन संदिग्ध आतंकियों ने पुलिस पूछताछ में यह खुलासा किया है। संदिग्धों से यूपी एटीएस और एनआईए पूछताछ कर रही है।
आरोपितों ने बताया कि लखनऊ में हल्का ब्लास्ट ट्रायल के तौर पर किया था, जिससे आगे पीएम की रैली में बड़े धमाके किए जा सकें। भोपाल-उज्जैन ट्रेन ब्लास्ट भी ट्रायल के तौर पर ही किया गया था। ये लोग आईएसआईएस के लिए सीरिया में काम कर रहे पाकिस्तानी हैंडलर के संपर्क में थे। सोशल मीडिया के जरिए इन्होंने ट्रेन में बम रखने और फिर ब्लास्ट के बाद की तस्वीरें हैंडलर को भेजी थीं। ब्लास्ट के बाद खबरों के लिंक भी भेजे गए। ये लोग चाहते थे कि हैंडलर उन्हें सीरिया बुला ले और ट्रेनिंग दे।
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