शरद ने अाज ‘साझी विरासत बचाओ सम्मेलन’ के लिए विपक्ष की 17 पार्टियों के नेताओं की बैठक बुलाई। बैठक में जेडीयू नेता शरद यादव व अली अनवर के अलावा पूर्व पीएम मनमोहन सिंह व राहुल गांधी भी पहुंचे। इनके अलावा जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला भी शामिल हुए। इस मौके पर शरद यादव ने कहा, बहुत बंटवारे हुए, ऐसा बंटवारा नहीं देखा। उन्होंने कहा कि लोगों को लग रहा था कि मैं खिसक न जाऊं, मंत्री से संत्री न बन जाऊं। उन्होंने अपनी बात रखते हुए कहा कि जब हिंदुस्तान और विश्व की जनता एक साथ खड़ी हो जाती है, तो कोई हिटलर भी नहीं जीत सकता। वहीं कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि असली जेडीयू तो शरद यादव की है। नीतीश की तो बीजेपी (यू) है।इस बारे में पत्रकारों से रूबरू होते हुए शरद यादव ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, एचडी देवेगौड़ा और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के इसमें मौजूद रहने की संभावना है।
इसके अलावा यह कयास लगाया जा रहा था कि नीतीश कुमार को जदयू और बिहार में सीधी राजनीतिक चुनौती दे रहे शरद के हाथ मजबूत करने को माकपा नेता सीताराम येचुरी, भाकपा के डी राजा के साथ राजद, सपा, बसपा, तृणमूल कांग्रेस समेत कई दलों के नेता सम्मेलन में शरीक होंगे। कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी के शामिल होने की औपचारिक पुष्टि नहीं की गई थी।