पाकिस्तान के रहने वाला मुसाइब अगस्त, 2015 तक बांदीपोरा और गांदरबल क्षेत्र में लश्कर के डिविजनल कमांडर के तौर पर सक्रिय था। 14 राष्ट्रीय राइफल्स के एक जवान से अक्टूबर, 2015 में हथियार छीने जाने की घटना में भी वह शामिल था। सीआरपीएफ के आईजी ऑपरेशंस जुल्फिकार हसन ने कहा, ‘सभी बलों के साथ जॉइंट ऑपरेशन में हमने खूंखार आतंकी को मार गिराने में सफलता पाई है। उसे गुरुवार तड़के एक एनकाउंटर में मार गिराया गया। 15 अगस्त, 2016 को सुरक्षा बलों पर हुए फिदायीन हमले का वह मास्टरमाइंड था।’
एक अधिकारी ने बताया, ‘हमें सूचना मिली थी कि बांदीपोरा जिले के पारा मोहल्ला में कुछ आतंकी मौजूद हैं। इसके बाद एसओजी संबल ने 13 राष्ट्रीय राइफल्स और सीआरपीएफ की 45वीं बटालियन के साथ मिलकर इलाके को घेर लिया और सर्च ऑपरेशन लॉन्च किया। हमें रात को 12:30 बजे सूचना मिली थी और 4 बजे तड़के ऑपरेशन शुरू किया गया।’