50 दिन बाद भी हालात न सुधरे तो क्या PM जिम्मेदारी लेकर इस्तीफा देंगे: ममता

0
TMC
फाइल फोटो

नोटबंदी के विरोध में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस कर नोटबंदी के मुद्दे पर मोदी सरकार को एक बार फिर घेरा। सबसे पहले राहुल गांधी ने पीएम मोदी को निशाने पर लेते हुए सहारा-बिड़ला डायरी को लेकर पीएम मोदी पर अपने आरोप दोहराते हुए कहा कि प्रधानमंत्री को भ्रष्टाचार के आरोपों का जवाब देना चाहिए। साथ ही राहुल ने कहा कि नोटबंदी के बाद आतंकियों की फंडिंग,जाली करेंसी और भ्रष्टाचार पर लगाम नहीं लगी है। आतंकियों के पास से दो हजार के नए नोट मिल रहे हैं। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि नोटबंदी से भ्रष्टाचार कम होने के बजाए इसे बढ़ावा मिला है।

इसे भी पढ़िए :  सरताज-मोदी मिलन बना पाक मीडिया की सुर्खियां

राहुल गांधी ने आगे कहा, ’30 दिसंबर आने वाला है और हालात जस के तस हैं। नोटबंदी का उद्देश्य पूरी तरीके से फेल हो गया है। पीएम को देश को बताना चाहिए कि कि नोटबंदी का असली उद्देश्य क्या था और जो लोग इससे बुरी तरह प्रभावित हुए हैं उनके लिए वह क्या करेंगे?’

इसे भी पढ़िए :  देश के खिलाफ़ जंग छेड़ने के आरोपी को अदालत ने किया रिहा

राहुल के बाद पश्चिम बंगाल की सीएम और तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी ने नोटबंदी के फैसले पर मोदी सरकार को आडे़ हत्थे लिया। ममता बनर्जी ने कहा, ‘नोटबंदी के मुद्दे पर विपक्ष पूरी तरीके से एकजुट है। इस फैसले से पिछले 50 दिन के दौरान देश की जीडीपी बुरी तरह प्रभावित हुई है। देश 20 साल पीछे चला गया है। यह निष्ठुर सरकार है। वे किसी चीज की परवाह नहीं करते। अगर 50 दिन बाद यानी 30 दिसंबर के बाद हालात नहीं सुधरते हैं, तो क्या पीएम मोदी जिममेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा देंगे?’

इसे भी पढ़िए :   मोदी के डीएनए में असहिष्णुता, टकराव और प्रतिशोध शामिल है: कांग्रेस