जेडीयू प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा कि होमवर्क थोड़ा कम हुआ है, इसलिए जहां संसद में सब एक साथ है वहां टीएमसी राष्ट्रपति से मिलने के लिए जा रही है। राष्ट्रपति से मिलने के मसले पर त्यागी ने कहा कि टीएमसी ने बाकी दलों से बातचीत की पर राष्ट्रपति से समय लेने के बाद। ममता जी ने नीतीश जी से भी बात कि है पर सबको साथ समय लेना चाहिए था।
सरकार के लिए उसके सहयोगी शिवसेना ने भी मुश्किलें खड़ी की हैं। शिवसेना ने यूं तो सोमवार को एनडीए की बैठक में एकजुटता का भरोसा दिया था, लेकिन उद्धव ठाकरे को ममता बनर्जी के फोन के बाद शिवसेना ने ऐलान कर दिया कि नोटबंदी के खिलाफ विपक्षी मार्च में वह भी शामिल होगा। हालांकि मार्च में शिवसेना के शामिल होने पर केजरीवाल ने आपत्ति जताई है। केजरीवाल ने ममता बनर्जी से कहा कि विरोधी मार्च में शिवसेना शामिल हुई तो आप साथ नहीं देगी। केजरीवाल की शर्तों पर टीएमसी सांसद डेरेक ओ’ब्रायन ने कहा कि ये बाकी दलों पर है कि वो क्या करते हैं, ममता ने जनता की समस्या उठाई है।