इस हफ्ते ताशकंद में प्रधानमंत्री शंघाई कॉपरेशन ऑर्गनाइजेशन यानी एससीओ समिट में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से ऑइल डिप्लोमसी पर बात करेंगे। ये वार्ता एक ऐसे समय में होगी जब भारत रूस की मदद से आर्कटिक रिजन में हयड्रोकार्बोन प्रोजेक्ट्स पर विचार कर रहा है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि डिफेंस और न्यूक्लियर एनर्जी के अलावा हइड्रोकार्बोन रूस के साथ पार्टनर्शिप में तीन अहम क्षेत्रों में से एक बड़ा क्षेत्र बन कर उभरा है।