सिविल सर्विसेज के उलट आर्म्ड फोर्सेज को पे कमीशन की वजह से बकाया अभी तक नहीं मिला है। उनके लिए नया सैलरी स्केल भी अभी तक लागू नहीं हुआ है। बकाया भुगतान में देरी फोर्सेज के लिए कमीशन के कंपनसेशन स्ट्रक्चर की विसंगतियां दूर करने के मामले में तीनों सेनाओं के प्रमुखों के दखल की वजह से हुई है। सेना प्रमुखों ने कहा है कि जब तक डिसेबिलिटी पे और पेंशन के मामले में विसंगतियों को ठीक नहीं किया जाता, तब तक पे कमीशन की सिफारिशें उन्हें मंजूर नहीं हैं।
इकनॉमिक टाइम्स ने हफ्ते भर पहले खबर दी थी कि त्योहारी सीजन से पहले अडिशनल पेमेंट नहीं मिलने के आसार को देखते हुए सशस्त्र बलों के सेवारत और सेवानिवृत जवान और अधिकारी निराश हैं। ईटी ने यह भी खबर दी थी कि सरकार एकमुश्त बकाया भुगतान करने का ऑप्शन तलाश रही है। तीनों आर्म्ड फोर्सेज के प्रमुखों को भेजे गए ऑर्डर के मुताबिक, ‘बकाये की गणना के लिए जनवरी 2016 की सैलरी को आधार बनाया जाएगा। अभी दी जा रही रकम रिवाइज्ड पे स्केल पर एरियर के फाइनल कैलकुलेशन से अजस्ट की जाएगी।