मोहन भागवत ने RSS को बताया ‘लत’, कहा- जो एक बार इसका आदि हो जाते हैं, वे कहीं और नहीं जा सकते

0
RSS
फाइल फोटो।

RSS को दुनिया में मानव विकास का एक अनूठा मॉडल बताते हुए इसके प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि लोग अपनी इच्छा से संघ में शामिल होने या इसे छोड़ने के लिए स्वतंत्र हैं, लेकिन इस संगठन को समझने के लिए व्यक्ति को खुले विचार का होना चाहिए।

इसे भी पढ़िए :  32 फीट की दीवार फांद गए, वो आतंकी थे या रजनीकांत ?

संगठन की स्थापना के 90 वर्ष पूरे होने के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा, ‘आरएसएस को समझने के लिए प्रयास करना महत्वपूर्ण है, लेकिन आरएसएस को समझने के लिए व्यक्ति को खुले विचार का होना चाहिए और उसके भीतर जिज्ञासा होनी चाहिए’

इसे भी पढ़िए :  आरएसएस ने राहुल गांधी से मांगी सफाई, पूछा यह सवाल...

भाषा की खबर के अनुसार, भागवत ने आरएसएस को एक लत बताया और कहा कि जो इसके आदि हो जाते हैं, वे कहीं और नहीं जा सकते. यही वजह है कि कुछ लोग इस संगठन में शामिल नहीं हो सकते। कोई भी अपनी इच्छा से इसमें शामिल होने या इसे छोड़ने को स्वतंत्र है।

इसे भी पढ़िए :  'प्रधानमंत्री ने आठ लाख करोड़ रुपये के घोटाले को छिपाने के लिये की नोटबंदी'