हाल ही में अपनी सुरक्षा के मामले में अरनब गोस्वामी चर्चा में बने हुए थे। एक पाकिस्तानी आतंकी संगठन की ओर से उन्हें धमकी मिलने के बाद गृहमंत्रालय ने उन्हें ‘वाई’ श्रेणी की सुरक्षा उपलब्ध कराने का फैसला किया है। हालांकि, सोशल मीडिया पर इसको लेकर भी काफी चर्चा हुई। कई लोग उन्हें वाई श्रेणी दिए जाने के खिलाफ थे। गोस्वामी को ‘वाई’ श्रेणी की सुरक्षा भारतीय सेना की इंटेलिजेंस द्वारा दिए गए सुराग के आधार पर इंटेलिजेंस ब्यूरो ने खतरे को जांचने के बाद दी गई है। सेना की इंटेलिजेंस ने अपनी रिपोर्ट गृह मंत्रालय को भेजी थी।
सेना की इंटेलिजेंस ने पाकिस्तान के दो आतंकवादियों के बीच अरनब गोस्वामी को लेकर लंबी बातचीत पकड़ी थी। जिसके बाद आठ पन्नों में उर्दू में लिखी बातचीत गृह मंत्रालय को सौंपी गई। अरबन गोस्वामी को मिलने वाली सुरक्षा जिम्मेदारी महाराष्ट्र सरकार द्वारा उठाई जा सकती है। केन्द्रीय गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव ने महाराष्ट्र डीजीपी से गोस्वामी की 24 घंटे सुरक्षा के लिए 20 पुलिसकर्मियों की मांग की है। अरनब के घर पर और आफिस में चार-चार पुलिस गार्ड तैनात किए जाएंगे। गोस्वामी को अपने कार्यक्रमों की जानकारी पुलिस को देनी होगी और उनसे मिलने वालों की भी सुरक्षा जांच की जाएगी।