बयान में आगे कहा गया, ‘आतंकवादी दो इमारतों में दाखिल हो गए, जहां अफसर अपने परिवार के साथ मौजूद थे। ऐसे में बंधक संकट जैसी स्थिति पैदा हो गई। त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी को वहां से सुरक्षित निकाल लिया गया। इनमें 12 सैनिक, दो महिलाएं और दो बच्चे शामिल थे। हालांकि, इस रेस्क्यू के दौरान एक अफसर और दो जवान शहीद हो गए। तीन आतंकवादियों के शव बरामद किए गए हैं और पूरे इलाके की तलाशी के लिए ऑपरेशन चलाया जा रहा है।’
बता दें कि नगरोटा में सेना की अहम यूनिट है और यह हाइवे के नजदीक भी है। हमले के बाद जम्मू-श्रीनगर नैशनल हाईवे बंद कर दिया गया था। जिला प्रशासन ने सभी स्कूलों को भी एहतियात के तौर पर बंद करवा दिया था। नगरोटा का यह इलाका रणनीतिक रूप से काफी अहम है। यह सेना का 16 कोर हेडक्वॉर्टर एरिया है।































































