Use your ← → (arrow) keys to browse
उल्लेखनीय है कि पीएम मोदी के तीन साल पूरे होने वाले हैं। पीएम मोदी ने सभी मंत्रालयों के कामकाज की रिपोर्ट हर साल की तरह फिर ली है। महत्वपूर्ण बात यह है कि इस साल जुलाई में राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के भी चुनाव होने हैं। इनसे पहले ही होने वाला यह मंत्रिंमडल विस्तार कई बातें साफ कर देगा। शिवसेना के कोटे से एक केंद्रीय मंत्रीपद खाली है। यह एक सहयोगी दल है और राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव से पहले बीजेपी नाराज शिवसेना को मनाने के लिए एक मंत्रीपद उन्हें दे सकती है। गौरतलब है कि पिछले बार हुए मंत्रीमंडल फेरबदल में में किसी सहयोगी दल को जगह नहीं दी गई है। रामदास अठावले को केवल बाहर की पार्टी से लिया गया था।
Use your ← → (arrow) keys to browse