बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बीच मुलाकात की खबरों पर विराम लगाते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि दोनो के बीच कोई मुलाकात नहीं हुई है। ऐसे तो मिलना जुलना सामान्य बात है। एक दैनिक अखबार में सुशील कुमार ने इस बात का खंडन किया। विधान परिषद के पहले दिन की कार्यवाही संपन्न होने के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि शराबबंदी को भाजपा का समर्थन और नोटबंदी पर नीतीश कुमार के समर्थन से भाजपा और जदयू के बीच किसी तालमेल जैसी कोई बात नहीं है।
प्रभात खबर के मुताबिक, सुशील कुमार ने कहा कि शरद यादव का बयान नोटबंदी के खिलाफ है। वहीं, जदयू के राष्ट्रीय नेता हरिवंश का लेख नोटबंदी के समर्थन में है। तकलीफ के बावजूद जनता के बीच इस मुद्दे पर विरोध नहीं है। सुशील कुमार मोदी ने कहा कि राज्य में धान की खरीद और एससी-एसटी छात्रों को छात्रवृत्ति नहीं मिलने के मुद्दे को सदन में गंभीरता से उठायेगी। इसमें राज्य हित के अन्य मुद्दे भी शामिल होंगे। इसके लिए पार्टी के विधानमंडल दल की बैठक होगी। नोटबंदी की वजह से धान खरीद प्रभावित होना कुतर्क है। पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि चारा घोटाले के सजायफ्ता लालू यादव तथा अनेक घोटालों को जन्म देने वाली कांग्रेस को नोटबंदी और कालेधन पर बोलने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।