नोबेल पुरस्कार विजेता और प्रख्यात अर्थशास्त्री ने नोटबंदी को बताया निरंकुश फैसला

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सेन ने कहा कि बिजनस में भरोसे की वजह से ही पूंजीवाद को काफी सफलताएं मिली हैं। सेन ने कहा, ‘मैं पूंजीवाद का समर्थक नहीं हूं। पर पूंजीवाद को भरोसे की वजह से काफी सफलताएं मिलीं। अगर सरकार प्रॉमिसरी नोट (रुपये) के रूप में वादा करती है लेकिन उस वादे को तोड़ देती है और कहती है कि इसकी अदायगी नहीं करेगी तो यह एक निरंकुश कदम है।’ उल्लेखनीय है कि सरकार ने 8 नवंबर को नोटबंदी की घोषणा की जिसके तहत 500 व 1000 रुपये के नोटों को चलन से बाहर कर दिया गया।

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