एमक्यूएम कराची की इकलौती सबसे बड़ी पार्टी है और लंबे समय से राजनीति में प्रभावशाली रही है। लेकिन संघ सरकार की ओर से शुरू किए गए ‘‘सफाई अभियान’’ के कारण राजनीतिक दल काफी दबाव में है। खबर के अनुसार, आतंकवाद-विरोधी अदालत-छह के न्यायाधीश अब्दुल नईम मेमन ने केन्द्रीय कारागार के भीतर सुनवायी करते हुए आरोपियों को बरी कर दिया और कहा कि अभियोजन पक्ष आरोपियों के खिलाफ अपना मामला साबित करने में असफल रहा है।
अदालत ने कहा कि दस्तावेजी साक्ष्यों और अभियोजन पक्ष के गवाहों में बहुत फर्क है। पुलिस की जांच भी त्रुटिपूर्ण रही है। अभियोजन पक्ष के अनुसार, पुलिस ने पहले ताहिर और जुनैद को गिरफ्तार किया और उनके कब्जे से कथित रूप से विस्फोट, हथियार और हथगोले बरामद किए। उन लोगों ने इम्तियाज के बारे में बताया। उसे मार्च 2015 में एमक्यूएम मुख्यालय नाइन-जीरो से गिरफ्तार किया गया।