वहीं एनएसजी ब्रिगेडियर गांगुली ने अपनी एनआईए को दी गई स्टेमेंट में कहा है, “एयरबेस पर फायरिंग की जगह बदली जा रही थी जिसके बाद आतंकी डीएससी लाइन एरिया में पहुंचे थे। आंतकियों को रोकने के लिए एक आर्मी टीम तैयार की गई जिसे ब्रिगेडियर अनुपिंदर बेवली लीड कर रहे थे। आर्मी टीम ने एनएसजी के साथ मिलकर डीएससी लाइन इलाके को घेर लिया था, जहां पर काफी झाड़ियां भी थीं। हमे पूरी जानकारी नहीं थी कि आतंकी कहां छिपे थे, लेकिन उसी समय तक आंतकियों को डीएससी सिपाही जगदीश राम ने डीएससी लॉन के पास ढेर कर दिया था।” वहीं ब्रिगेडियर बेवली की स्टेटमेंट के मुताबिक उन्होंने डीएससी एरिया में फंसे अफसरों को निकालने का काम किया था।
गौरतलब है कि 1 जनवरी 2016 को हुए हमले में 6 एयरफोर्स ऑफिसर्स और 1 एनएसजी जवान शहीद हो गए थे। 30 दिसंबर 2015 की रात को आतंकी पाकिस्तान से बॉर्डर क्रॉस कर बेस पर पहुंचे थे।