स्वदेशी रॉकेटों में से एक पिनाका रॉकेट के निर्माण पर रोक लगा दी गई है। कम दूरी की मारक क्षमता वाला यह रॉकेट निर्माण के लंबे समय बाद ट्रायल में फेल हो गया। नौसेना द्वारा किए गए एक परीक्षण में पांच किलोमीटर पर निर्धारित लक्षय को भेदने की बजाय 200 मीटर पर ही दग गया। रॉकेट की इस असफलता के बाद रक्षा मंत्रालय ने जांच बैठा दी है।
आपको बता दें कि पिनाका रॉकेट डीआरडीओ का प्रोडक्ट है। करीब पांच साल पहले इसके निर्माण की ज़िम्मेदारी आर्डनेंस फैक्ट्री बोर्ड को दी गई थी। जिसके बाद इस रॉकेट के अलग-अलग कम्पोनेंट का देश की पांच आर्डनेंस फैक्ट्रियों में निर्माण शुरू हुआ। स्वदेशी तकनीक से बने रॉकेट ने शुरुआत में शानदार तरीके से लक्ष्य भेदे और भारतीय सेना की ताकत बना। बीते दिनों नौसेना के एक क्रूज पर इसका परीक्षण चल रहा था। पिनाका रॉकेट से पांच किलोमीटर दूरी का लक्ष्य साधा गया लेकिन वह 200 मीटर दूर जाकर गिर गया। इसके बाद कुछ और रॉकेटों का परीक्षण हुआ तो वे भी टारगेट से पहले ही जा गिरे। इससे जानमाल का खतरा तो नहीं हुआ लेकिन नौसेना ने इसे गंभीर खामी माना। फिलहाल देश की पांच आर्डनेंस फैक्ट्रियों में बन रहे इसके कम्पोनेंट के निर्माण पर रोक लगा दी गई है।
खबरों के मुताबिक किसी में फैक्टरी में इसके निर्माण में एक्स्पायरी आयुध का इस्तेमाल किया गया है। बहरहाल अभी पांच फैक्टरियों में इसके निरंन पर रोक लगा दी गई है। और कितने रॉकेट में ये खामी है इसकी जांच की जा रही है।