नई दिल्ली। आज (रविवार) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30वीं बार ‘मन की बात’ कार्यक्रम में जनता को संबोधित किया। पीएम मोदी ने सबसे पहले बच्चों की परीक्षाओं की बात की और उन्हें संदेश दिया। आज के कार्यक्रम के दौरान मोदी ने बांग्लादेश को उनकी स्वतंत्रता दिवस पर उन्हें शुभकामना भी दी और बांग्लादेश को एक अच्छा दोस्त बताया।
मोदी ने कहा कि आज का दिन बांग्लादेश का स्वतंत्रता दिवस है। हमारी शुभकामना है कि बांग्लादेश आगे बढ़े और विकास करे। रवीन्द्रनाथ टैगोर का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि, उनकी यादें भारत और बांग्लादेश की साझी विरासत हैं। बांग्लादेश का भी राष्ट्रगान गुरुदेव टैगोर ने ही लिखा। पीएम ने कहा कि भारत बांग्लादेश को कंधे से कंधे मिलाकर काम करता रहेगा।
इसी दौरान उन्होंने 23 मार्च को शहीद हुए भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को भी याद किया। उन्होंने कहा 23 मार्च को शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु के बलिदान की गाथा को हम शब्दों में अलंकृत भी नहीं कर पाएंगे। जलियांवाला बाग कांड ने भगत सिंह को हिलाकर रख दिया था। आगे उन्होंने कहा कि कभी पंजाब जाएं तो इन शहीदों के घरों को जरूर देखें। यह चंपारण सत्याग्रह का शताब्दी वर्ष है। इस मौके पर पीएम ने महात्मा गाँधी को भी याद किया। उन्होंने कहा कि आज़ादी के आंदोलन में, गांधीवादी विचारधारा का प्रकट रूप पहली बार चंपारण में नज़र आया। सार्वजनिक जीवन की शुरुआत कैसे की जा सकती है, ख़ुद कितना परिश्रम करना होता है यह हम गांधीजी से सीख सकते हैं। खाने की बर्बादी पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने देशवासियों को नागरिक धर्म निभाने की बात भी कही।