सत्ताधारी पार्टी ने बीजेपी ने जुलाई में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद को अपनी तरफ से पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया है। आज कोविंद पीएम मोदी, पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और राजग शासित राज्यों के मुख्यमंत्रीयों की मौजूदगी में नामंकन भरेंगे। लोकसभा सचिवालय द्वारा गुरुवार को जारी एक बयान के मुताबिक, “रामनाथ कोविंद पूर्वाह्न 11.45 बजे संसद भवन में अपना नामांकन दाखिल करेंगे।” इस दौरान लगभग 20 राज्यों के मुख्यमंत्री मौजूद रहेंगे।
बीजेपी सूत्रों ने कहा कि नामांकन पत्र के चार सेट तैयार किए गए हैं, जिनपर मोदी, शाह, तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) अध्यक्ष व आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन.चंद्रबाबू नायडू तथा पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के हस्ताक्षर होंगे। 17 जुलाई को होने वाले चुनाव में कोविंद की जीत तय मानी जा रही है, हालांकि मुकाबला होना तय है। विपक्षी पार्टियों ने गुरुवार को लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष मीरा कुमार को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया।
शिवसेना तथा जम्मू एवं कश्मीर की पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) सहित राजग के पास सांसदों व विधायकों के इलेक्टोरल कॉलेज का 48.93 फीसदी समर्थन है। गठबंधन से बाहर की पार्टियों जैसे तेलंगाना राष्ट्र समिति (2 फीसदी), ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (5.39 फीसदी), वाईएसआर कांग्रेस (1.53 फीसदी), बीजू जनता दल (2.99 फीसदी), जनता दल (युनाइटेड) के 1.91 फीसदी मतों को मिलाकर राजग आधा मत आसानी से प्राप्त कर लेगा।
गौरतलब है कि बीजेपी ने राष्ट्रपति पद के लिए रामनाथ कोविंद के नाम की घोषणा करके सबको चौंका दिया था। जिसके बाद विपक्ष में ही नहीं बल्कि पार्टी में भी सुगबुगाहट तेज हो गई थी। क्योंकि काफी समय से उम्मीद की जा रही थी कि पार्टी लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, राजनाथ सिंह या सुषमा स्वराज में से किसी को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित कर सकती है। रिपोर्ट के अनुसार पीएम नरेंद्र मोदी ने बैठक में यह कहकर एक झटके में राजनाथ, सुषमा, वेंकैया और गहलोत इत्यादि का नाम खारिज कर दिया कि केंद्रीय मंत्रिमंडल के सदस्य उनके लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं इसलिए वो उनमें से किसी को राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाकर खोना नहीं चाहते। संसदीय बोर्ड की बैठक में जब शाह ने रामनाथ कोविंद के नाम की उम्मीदवार के तौर पर घोषणा की तो सभी ने उसका समर्थन किया।