राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर देश को संबोधित किया। इस मौके पर उन्होंने ‘न्यू इंडिया’ के सपने को पूरा करने की बात की, तो गांधी-नेहरू को याद करते हुए उनके उद्देश्यों पर बल दिया।
देश के नाम पहले संबोधन में कोविंद ने कहा, ‘न्यू इंडिया‘ के लिए कुछ महत्वपूर्ण लक्ष्यों को प्राप्त करने का हमारा ‘राष्ट्रीय संकल्प’ है। न्यू इंडिया में गरीबी के लिए कोई गुंजाइश नहीं है।’
रामनाथ कोविंद ने कहा, ‘नेहरूजी ने हमें सिखाया कि भारत की सदियों पुरानी विरासतें और परंपराएं आधुनिक समाज के निर्माण के प्रयासों में सहायक हो सकती हैं।’
कोविंद ने कहा, ‘आजादी दिलाने वाले देश के महापुरुषों को हम नमन करते हैं। देश के लिए जान देने वाले भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, रामप्रसाद बिस्मिल जैसे स्वतंत्रता सेनानियों को नहीं भूल सकते हैं। पंडित जवाहर लाल नेहरू, सरदार बल्लभ भाई पटेल, भीमराम आंबेडकर जैसे महान नेताओं ने देश को आगे बढ़ाने में अपना योगदान दिया।
हमारी आजादी में महिला और पुरुष दोनों का योगदान था।’ उन्होंने कहा, ‘हमें जिस पीढ़ी ने आजादी दिलाई उसका दायरा बड़ा था। नैतिकता पर आधारित नीतियों को लागू करने पर उनका जोर था। विरासत, विज्ञान में उनकी आस्था थी। नागरिकों और सरकार के बीच साझेदारी की योजना थी। व्यक्ति और समाज के बीच साझेदारी, परिवार और बड़े समूह के बीच साझेदारी की भावना थी।’