कांग्रेस आम आदमी पार्टी को बीजेपी की ‘बी टीम’ करार देती रही है। यूपीए सरकार के दौरान भ्रष्टाचार विरोधी अभियान छेड़ने वाले आप नेताओं के मद्देनजर वह इस पार्टी को इस बार लाइफलाइन देने के मूड में नही है। कुछ विपक्षी नेताओं का मानना है कि आम आदमी पार्टी बिना शर्त विपक्षी राष्ट्रपति कैंडिडेट को समर्थन दे सकती है। इसके अलावा, वह किसानों के मुद्दों पर प्रदर्शन करके बीजेपी के खिलाफ अपने रुख को साफ कर सकती है।
राष्ट्रपति उम्मीदवार के ऐलान के मुद्दे पर विपक्षी नेताओं की राय बंटी हुई है। कुछ का मानना है कि बीजेपी के कदम का इंतजार करना चाहिए। वहीं, कुछ नेताओं का कहना है कि विपक्ष को उम्मीदवार को ऐलान पहले कर देना चाहिए क्योंकि चुनाव होना निश्चित है। बुधवार को राज्यसभा में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद के ऑफिस में विपक्षी नेताओं की बैठक होने वाली है। हालांकि, माना जा रहा है कि इस मीटिंग में किसानों और युवाओं के मुद्दे पर फोकस किया जाएगा। विपक्षी राष्ट्रपति उम्मीदवार के ऐलान की उम्मीद बेहद कम है। बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव का नोटिफिकेशन बुधवार को जारी होगा, जबकि नामांकन की आखिरी तारीख 28 जून है।