नई दिल्ली: गोरा होने के लिए आप ये क्रीम वो क्रीम ले सकते हैं। ऐसे प्रचार आप सभी अख़बारों टीवी चैनल विज्ञापन की होर्डिंग में और रेडियो में सुन और देख सकते हैं जिसमे लिखा रहता है की महिलाओं की त्वचा को ये क्रीम 7 दिन में गोरा कर देगी। पर ऐसा नहीं होता है। ऐसे ही विज्ञापन पुरुषों के लिए भी चलते रहते हैं।
कांग्रेस सांसद विप्लव ठाकुर ने राज्य सभा में शुन्य काल के दौरान फेयरनेस क्रीम का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा की ऐसी क्रीम महिलाओं में हीन भावना पैदा करती है। सरकार को ऐसी फेयरनेस क्रीम पर रोक लगाने के लिए कदम उठाना चाहिये। विप्लव ठाकुर के समर्थन में खड़ी कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी ने इस मुद्दे पर कहा, ‘सफलता के लिए इंसान का रंग नहीं बल्कि उसके दिमाग की जरूरत होती है और इसके उदहारण है मिशेल ओबामा और बराक ओबामा। उन्होंने कहा कि मिशेल को आदर्श महिला बताते हुए पूरी दुनिया उनका सम्मान करती है। पूरी दुनिया बराक ओबामा को उनके रंग के लिए नहीं बल्कि उनके काम के लिए जानती है।’
दरअसल इस मुद्दे को राज्य सभा में कई महिला सांसदों ने एकजुट होकरर फेयरनेस क्रीम के विज्ञापनों पर सवाल उठाये थे। उन्होंने कहा की विज्ञापनों की भाषा महिलाओं के सम्मान के खिलाफ है।