राज्यसभा सांसद व सपा से निष्कासित नेता रामगोपाल यादव को बृहस्पतिवार देर रात AIMS में भर्ती कराया गया है। उन्हें सांस लेने में तकलीफ की शिकायत है।
AIMS के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. राकेश यादव की टीम उनकी स्वास्थ्य की जांच कर रही है। मालूम हो कि रामगोपाल यादव पार्लियामेंट में स्वास्थ्य संबंधी समिति के अध्यक्ष भी हैं। कहा तो ये भी जा रहा है कि रामगोपाल यादव परिवार और पार्टी में चल रहे वर्तमान कलह से कलह से चिंता में थे और वो इतनी बढ़ गई कि उनकी तबियत ही खराब हो गई। बता दें कि सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने रामगोपाल यादव को पार्टी से 6 साल के लिए निकाल दिया है।
समाजवादी पार्टी में चल रहे सियासी घमासान पर सपा के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व कैबिनेट मंत्री शिवपाल यादव बृहस्पतिवार को खुलकर बोले। उन्होंने कहा कि मंत्री पवन पांडेय को खराब आचरण के चलते उन्होंने पार्टी से बाहर कर दिया है। अब सीएम को चाहिए कि वह उन्हें मंत्री पद से हटाएं। इसके लिए उन्होंने सीएम अखिलेश यादव को चिट्ठी भी लिखी है। उन्होंने कहा कि उनका परिवार एक है और पार्टी भी एक है। उन्होंने कहा कि बीजेपी को सत्ता से रोकना उनका लक्ष्य है। वह अध्यक्ष रहें या ना रहें, बीजेपी को रोकने के लिए वह कोई भी कुर्बानी देने को तैयार हैं।
शिवपाल यादव बृहस्पतिवार को दिल्ली से सड़क मार्ग से पुलिस लाइन पहुंचे थे और यहां से हेलिकाप्टर में सहारनपुर में पूर्व विधायक राजेंद्र राणा की पुण्यतिथि कार्यक्रम में शामिल होने के लिए रवाना हुए। हेलिकाप्टर के आने में देरी होने पर वह काफी देर गाजियाबाद में ही रहे। इस दौरान उन्होंने बिना नाम लिए रामगोपाल यादव पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि उन लोगों को याद कर लेना चाहिए कि 2003 में वह किन लोगों के कारण सरकार में मंत्री बने थे। मलाई काटने वाले, तिकड़म करने और भ्रष्टाचार करने वाले लोग बुराई कर रहे हैं। पार्टी को तोड़ने का काम कर रहे हैं। हम लोग पार्टी को जोड़ने का काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सांप्रदायिक ताकतों को सत्ता से दूर रखने के लिए गांधीवादी, लोहियावादी और चरणसिंह वादी लोगों को एक साथ लाएंगे।सपा में चल रहे घमासान पर उन्होंने कहा कि उनकी ख्वाहिश न तो पहले सीएम बनने की रही है और न ही अब है। वह सड़कों पर उतरेंगे और संगठन को मजबूत करेंगे। उन्होंने कहा कि पार्टी में जो नेताजी कहेंगे, वही होगा।