बाबा रामदेव ने रविवार को कहा कि अगर हमारे सैनिक सीमा पर जंग लड़ते हुए कई दिनों तक बिना खाना रह सकते हैं। तो जो लोग पैसे निकालने के लिए बैंकों के बाहर खड़े हैं वो ऐसे क्यों नहीं कर सकते।
न्यूज एजेंसी एएनआई ने रामदेव के हवाले से लिखा है, युद्ध के दौरान हमारे जवान 7-8 दिन तक बिना खाना खाए रहते हैं तो क्या हम हमारे देश के लिए ऐसा नहीं कर सकते, पैसा निकालने और जमा कराने कि लिए लोगों की बैंकों और एटीएम के बाहर लगी लंबी लाइनों ने मीडिया की सुर्खियों का हिस्सा बनी हैं। शनिवार को मध्यप्रदेश में स्थानीय लोगों ने राशन की एक दुकान को इसलिए लूट लिया, क्योंकि उसके मालिक ने 500 और 1000 रुपए के नोट लेने से मना कर दिया। इसके साथ ही बैंकों और एटीएम के बाहर लोगों की लंबी लाइनें लगी हैं। लोग पूरे-पूरे दिन लाइन में खड़े होकर पैसे बदलवाने के लिए अपनी बारी का इंतजाार कर रहे हैं।
बाबा रामदेव ने इससे पहले 500 और 1000 रुपए के नोट बंद करने के फैसले के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की थी। उन्होंने कहा था कि इससे आतंकवाद, नक्सलवाद और गैर-कानूनी धंधों पर रोक लगाने में मदद मिलेगी। रामदेव ने कहा था, ‘पूरा देश कालाधन, भ्रष्टाचार, गैरकानूनी धंधों पर रोक लगाने के फैसले के लिए पीएम मोदी को बधाई दे रहा है।’ रामदेव ने गुरुवार को जयपुर में कहा था ‘नरेन्द्र मोदी प्रथम प्रधानमंत्री है जिन्होंने साहसी कदम उठाया है ,इसके दूरगामी परिणाम निकलेंगे। नरेंद्र मोदी के गुजरात के मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान मैं गुजरात गया था।
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