RSS के अंदर हुआ नई ड्रेस का विरोध,पढ़िए कार्यकर्ताओं ने क्या कहा

0
2 of 2Next
Use your ← → (arrow) keys to browse

दोनों लड़कों ने यह भी दावा किया कि परेड में शामिल छोटे से छोटा और बड़े से बड़ा शख्स फुल पैंट को पहनकर परेड करने में मुश्किल महसूस कर रहा था। एक दूसरे शख्स ने कहा कि फुल पैंट के मुकाबले हाफ पैंट में एक्सरसाइज करना ज्यादा आसान होता था।

इसे भी पढ़िए :  डीएम ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को स्कूल में झंडा फहराने से रोका

इसके अलावा कुछ लोग नागपुर के गर्म मौसम में फुल पैंट को बिना मतलब का बता रहे हैं। हालांकि, RSS के सीनियर लोगों का कहना है कि उन्होंने फुल पैंट को रोज लगने वाली शाखाओं में जरूरी नहीं किया है। फुल पैंट सिर्फ विजय दशमी या फिर तीन साल में एक बार होने वाले खास प्रोग्राम में ही पहनने के लिए होंगी।

इसे भी पढ़िए :  नेशनल हेराल्ड केस : बीजेपी सांसद सुब्रमण्यन स्वामी की अर्जी खारिज, अगली सुनवाई 10 फरवरी को
2 of 2Next
Use your ← → (arrow) keys to browse