वीडियो: उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी की पत्नीी बोलीं- ”तलाक तलाक तलाक कहने से कोई तलाक नहीं होता”

0
2 of 2Next
Use your ← → (arrow) keys to browse

मुस्लिम समुदाय में जारी तीन तलाक की प्रथा को फिलहाल सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती दी गई है और मामले की अगली सुनवाई 11 मई को होने वाली है। प्रधान न्यायाधीश जेएस खेहर और न्यायमूर्ति डीवाई चंद्रचूड़ की पीठ ने कहा कि गर्मिर्यों की छुट्टियों में एक संविधान पीठ मामले में सुनवाई करेगी। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड ने 27 मार्च को उच्चतम न्यायालय से कहा था कि मुस्लिमों के बीच प्रचलित इन परंपराओं को चुनौती देने वाली याचिकाएं विचारणीय नहीं हैं क्योंकि ये मुद्दे न्यायपालिका के दायरे के बाहर के हैं।

इसे भी पढ़िए :  एक साथ ‘तीन तलाक’ कुरान के खिलाफ: जफर सरेशवाला

बोर्ड ने यह भी कहा था कि पवित्र कुरान और इस पर आधारित स्रोतों पर मूल रूप से स्थापित मुस्लिम विधि की वैधता संविधान के कुछ खास प्रावधानों पर जांचे नहीं जा सकते।

इसे भी पढ़िए :  मायावती ने साधा पीएम पर निशाना- दूध के धुले नहीं प्रधानमंत्री मोदी
2 of 2Next
Use your ← → (arrow) keys to browse