प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने अपने ट्विटर अकाउंट से 24 दिसंबर 2016 को एक लिस्ट की फोटो ट्वीट की थी। कांग्रेस ने लिस्ट के हवाले से दावा किया कि नरेंद्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए सहारा समूह से 40 करोड़ रुपये की ‘रिश्वत’ ली थी। वहीं दूसरी तरफ ट्वीट की गई लिस्ट में शीला दीक्षित का नाम भी दिखा था। लिस्ट में शीला दीक्षित के नाम के आगे भी एक करोड़ लिखा हुआ था। इसके मुताबिक, दिल्ली की सीएम को 23 सितंबर 2013 को एक करोड़ रुपये दिए गए थे।
दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दीक्षित ने इस लिस्ट की प्रमाणिकता पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि इसके बारे में उन्हें जानकारी नहीं है। उन्होंने आगे कहा, “मैंने लिस्ट देखी नहीं है ऐसे में उसके बारे में कुछ नहीं कह सकती, लेकिन यह सब बातें अफ़वाहों पर आधारित हैं। मुझे ऐसी कोई बात याद नहीं” वहीं जब उनसे सूची की प्रमाणिकता के बारे में पूछा गया तो उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि सूची में किसी ने कई लोगों के बारे में लिखा है, इसमें कई सारे नाम है और भगवान जाने वह किसने लिखे हैं। उन्होंने आगे कहा कि कोर्ट ने भी इस सूची की प्रमाणिकता पर सवाल उठाए थे।
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