मुंबई: मंगलवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल का विस्तार होना है। लेकिन इस मामले में भाजपा और शिवसेना के बीच कोई बातचीत नहीं हुई है। ऐसा कहना है शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे का। ठाकरे ने सोमवार को कहा कि, भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर उनके साथ कोई बातचीत नहीं की है और उनकी पार्टी कृपादृष्टी के लिए किसी के दरवाजे पर जाकर नहीं खड़ी होगी।
शिवसेना प्रमुख ने इस बात पर जोर दिया कि उनकी पार्टी आत्मसम्मान को किनारे रखकर मंत्री पद के लिए किसी के सामने गुहार नहीं लगाएगी। उन्होंने संकेत दिया कि 2014 में भी जब राजग सत्ता में आई तो उनकी पार्टी को उचित हिस्सा नहीं मिला।
ठाकरे ने कहा, ‘‘उस समय भाजपा ने हमें राज्यमंत्री के पद की पेशकश की थी। फिर कहा कि हमें कैबिनेट में जगह मिलेगी। हम कहते हैं कि हमें जो भी मिले, सम्मान के साथ मिलना चाहिए। हम किसी चीज के लिए झोली नहीं फैलाएंगे। कैबिनेट विस्तार पर दिल्ली के साथ कोई बातचीत नहीं हुई है।’’ उन्होंने कहा कि मंत्री पद मिलना उनके लिए गौण बात है और अगर बातचीत होती है तो वह अपनी राय रखेंगे।
ठाकरे ने कहा, ‘‘कई राजनीतिक दलों के लोग शिवसेना में शामिल हो रहे हैं। मैं उनसे मिलने में व्यस्त रहा हूं और इसलिए कैबिनेट विस्तार पर विचार-विमर्श का समय नहीं मिला। एक बात साफ है। शिवसेना किसी चीज के लिए किसी के दरवाजे पर असहाय होकर कभी खड़ी नहीं होगी।’’ महाराष्ट्र सरकार के मंत्रिमंडल के विस्तार के संदर्भ में शिवसेना अध्यक्ष ने कहा, ‘‘मेरी और मुख्यमंत्री की केवल सतही बातचीत हुई है। विस्तृत बातचीत के बाद मैं घोषणा करंगा।’’ मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के अनुसार अगले सप्ताह उनके रूस रवाना होने से पहले मंत्रिमंडल विस्तार होगा।