हामिद अंसारी के बयान पर बिफरी शिवसेना, कहा- जब असुरक्षा का माहौल था तब इस्तीफा क्यों नहीं दिया?

0
हामिद अंसारी
फाइल फोटो

उपराष्ट्रपित हामिद अंसारी ने अपने कार्यकाल के अंतिम दिन के ठीक पहले बुधवार(9 अगस्त) को बिना नाम लिए मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। निवर्तमान उपराष्ट्रपति ने ‘स्वीकार्यता के माहौल’ को खतरे में बताते हुए कहा है कि देश के मुस्लिमों में बेचैनी का एहसास और असुरक्षा की भावना है। हामिद अंसारी के इस बयान पर चौतरफा प्रतिक्रियाएं आ रही हैं, इस मामले पर शिवसेना ने भी हामिद अंसारी के बयान पर सवाल उठाए हैं।

 

हामिद अंसारी के इस बयान पर दक्षिणपंथी समर्थक उपराष्ट्रपति पर हमलावर हो गए हैं, जबकि कुछ अन्य सोशल मीडिया यूजर्स भी हामिद अंसारी के बयान पर मजे भी ले रहे हैं। इसी बीच शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि अगर उन्हें मुस्लिमों में बेचैनी और असुरक्षा की भावना दिखती है तो इस विषय को लेकर उन्होंने पहले ही अपने पद से इस्तीफा क्यों नहीं दे दिया।

इसे भी पढ़िए :  नोटबंदी पर सदन की कार्यवाही बाधित करने के बहाने तलाश रहा है विपक्ष: वेंकैया

 

 

अब जब वह जा रहे हैं, तब इस तरीके का बयान दे रहे हैं। उनको पहले ही इस्तीफा देकर जनता के बीच में जाना चाहिए था, यह मुसलमानों की अंतरआत्मा की आवाज नहीं है। यूपी में मुसलमानों ने भाजपा को वोट दिया है, इस तरह की बात करके उनके मन में भ्रम न पैदा करें।
बता दें कि, हामिद अंसारी के बयान के बाद भारतीय जनता पार्टी के मुस्लिम नेता शाहनवाज हुसैन ने जवाब देते हुए कहा है कि इस दुनिया में मुसलमानों के रहने के लिए भारत से बेहतर कोई मुल्क नहीं है और ना ही एक हिन्दू से अच्छा दोस्त उन्हें मिल सकता है।


आपको बता दें कि एक इंटरव्यू में उपराष्ट्रपित हामिद अंसारी ने बिना नाम लिए मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि, देश के मुस्लिमों में बेचैनी का अहसास और असुरक्षा की भावना है स्वीकार करने का माहौल खतरे में है। भारतीय मूल्य, संस्थाएं कमजोर हो रही हैं।
किसी की भारतीयता पर सवाल उठाना बेहद परेशान करने वाला है। बार-बार राष्ट्रवाद साबित करने की जरूरत नहीं है, मैं एक भारतीय हूं और यही काफी है। बता दें कि उपराष्ट्रपति के तौर पर 80 साल के अंसारी का दूसरा कार्यकाल गुरुवार(10 अगस्त) को पूरा हो रहा है।

इसे भी पढ़िए :  शिवसेना के निशाने पर भागवत, कहा- उनके विचारों को स्वीकार नहीं करेगा प्रगतिशील हिंदू समाज