मुंबई: शिवसेना ने समान नागरिकता कानून का समर्थन किया है। पार्टी का मानना है कि, मुसलमानों के लिए अलग से कानून रखना एक और पाकिस्तान के गठन को बढ़ावा देने जैसा है। पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में कहा गया है कि, समान नागरिक संहिता का कार्यान्वयन ‘‘राष्ट्रीय कार्य’’ है। इसे बीजेपी को जल्द से जल्द लागू कर देना चाहिए।
बता दें कि, विधि मंत्रालय ने विधि आयोग से समान नागरिक संहिता से संबंधित सभी मुद्दों को विस्तृत रूप से देखने और सरकार को रिपोर्ट देने को कहा है ।
शिवसेना ने पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ में एक संपादकीय में कहा, ‘‘हिन्दुस्तान सार्वभौम स्वतंत्र देश वगैरह भले हो, फिर भी इस सार्वभौम स्वतंत्र देश में पिछले 60 साल में धर्मनिरपेक्षता के नाम पर उधम ही मचाया गया। हिन्दू और मुसलमानों के लिए अलग-अलग कानून हैं । सच यह है कि मुसलमानों के लिए अलग से कानून रखना, एक और पाकिस्तान के गठन को ‘बढ़ावा’ देने जैसा है ।’’
शिवसेना ने जानना चाहा, ‘‘यदि लोग आपसे :भाजपा: कानून को कार्यान्वित करने और अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण की उम्मीद रखते हैं तो क्या गलत है जो कभी आप विपक्ष में रहने के दौरान चाहते थे ।’’ इसने कहा कि यदि सरकार ने अगले साल उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर मामले को विधि आयोग को भेजा है तो यह देश के लिए अच्छा नहीं है ।