प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सोनू ने कहा, ‘मेरे लिए यह गुंडागर्दी है कि कोई अपने धर्म को जोर जोर से प्रचारित करे। त्योहारों के दौरान, मैं कोई नाम नहीं लूंगा पर ये जो लोग सड़कों पर दादागिरी के साथ नाचते हैं…ए हटो…ए हटो… करते हैं उससे पुलिस को परेशानी होती है। और क्या कर रहे हैं वो बेसिकली, धरम के नाम पर शराब पीके नाच रहे होते हैं, फिल्मी गाने बजा रहे होते हैं। क्या ये दादागिरी नहीं है? और अगर मैं यह मुद्दा उठा रहा हूं तो आप बुद्धिजीवियों को यह बात सही तरीके से समझकर उठानी चाहिए क्योंकि आपके बच्चे भी तो उसी देश में उसी माहौल में बढ़ने वाले हैं। क्या आप उन्हें ऐसा ही माहौल देना चाहते हैं जिसमें अभी हम जी रहे हैं।’
सोनू ने कहा ‘कुछ लोगों ने कहा है कि मैंने अपने ट्वीट में मोहम्मद क्यों लिखा, मोहम्मद साहब नहीं लिखा। मैं कहना चाहता हूं कि यह अंग्रेजी की भाषा की वजह से हुआ है। जैसे हिंदी में हम श्री कृष्ण कहते हैं जबकि अंग्रेजी में कृष्णा लिखते हैं। इस तरह की छोटी बातों को नहीं पकड़ना चाहिए। सोनू ने मीडिया से कहा छोटी बातों को मत पकड़िए, मुद्दों को समझिए’.