सुप्रीम कोर्ट में इसी साल 11 मई से 18 मई तक संविधान पीठ ने इस मामले पर लगातार सुनवाई की और फैसला सुरक्षित रख लिया था। यही फैसला आज सुनाया जाना है। सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने तीन तलाक का बचाव कर रहे पक्षों से कई सवाल और सख्त टिप्पणिया कीं सुप्रीम कोर्ट इस विवादित मुद्दे पर ऐतिहासिक फैसला सुनाएगा कि मुस्लिम समुदाय में ‘तीन तलाक’ की परंपरा धर्म की मौलिकता में शामिल है या नहीं। हाल में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर भी अपने भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रिपल तलाक का जिक्र किया और कहा था कि वह सभी पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलाने की कोशिश करुंगा। तीन तलाक को लेकर हुए आंदोंलन को लेकर पीएम ने कहा, ‘इस आंदोलन को चलाने वाली बहनों का हृदय से अभिनंदन करता हूं। इस आंदोलन ने बुद्धिजीवियों को हिला दिया।