नई दिल्ली में आयोजित हिंदुस्तान लीडरशिप समिट में ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने भारत में डिजिटल अर्थव्यवस्था का समर्थन करते हुए कहा कि यूरोप के बाहर यह ऐसा देश है जहां पर मैंने विपक्ष के नेता के तौर पर दौरा किया है। हर बार जब भी मैं आता हूं, मैं यहां पर विकास और क्षमता देखकर स्तब्ध रह जाता हूं।
यूरोपीय संघ से अलग होने के पक्ष ब्रिटेन में हुए जनमत संग्रह पर पद छोड़ने के बाद कैमरन की पहली बार भारत आए हैं। उन्होंने कहा कि यूरोपीय संघ से अलग होना ब्रिटेन के लिए डेड एंड नहीं है। हालांकि कैमरन का मानना है कि यूरोपीय संघ से अलग होना गलत है। अब ब्रिटेन को पूरी दुनिया के साथ फिर से अपने संबंधों को निर्धारित करना होगा।
इस दौरान ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत जैसे तेजी से बड़ रही अर्थव्यवस्था के लिए सबसे बड़ी बाधा पैसे की कमी है। बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए पैसे की जरूरत होती है। इसमें सबसे बड़ी बाधा भ्रष्टाचार है जिसे रोकना होगा और कर का दायरा बढ़ाना होगा। भारत के लिए कैमरन ने कहा कि इस देश में और तेजी से डिजिटल अर्थव्यवस्था बनाने की जरूरत है।