15 अगस्त को ही हो जाता उरी हमला, सेना ने कर दिया था नाकाम

0
2 of 2Next
Use your ← → (arrow) keys to browse

पहली कोशिश नाकाम होने के बाद आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने फिदायीन हमलावरों का दूसरा स्कवॉड 16 सितंबर की रात भेजा। ताकि उरी आर्मी ब्रिगेड पर हमला किया जा सके। यह समूह घुसपैठ करने में कामयाब रहा और 18 सितंबर को सुबह तकरीबन 4 बजे हमला कर दिया।

इसे भी पढ़िए :  रियो ओलंपिक में दिखेगा भारत का जलवा, 14 खेलों में 122 भारतीय खिलाड़ी लेंगे हिस्सा

सेना के अफसर ने ‘इंडिया टुडे’ को यह भी बताया कि दूसरे फिदायीन स्कवॉड में जो आतंकी आए थे, वे दिखने में सेना के जवानों से थे। उनका हेयर कट बिल्कुल भारतीय सेना के जवानों सा था, साथ ही वे बिना दाढ़ी के थे। इसकी वजह से स्थानीय लोगों को उन पर शक भी नहीं हुआ। और इन आतंकियों ने इस वारदात को अंजाम दिया।

इसे भी पढ़िए :  सीमा पर हो रहे फायरिंग पर बोले राजनाथ- भारत का मस्तक झुकने नहीं देंगे
2 of 2Next
Use your ← → (arrow) keys to browse