हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ओलंपिक रजत पदकधारी पीवी सिंधू का पूरा नाम भूल गये और उन्होंने भूलवश उसे कर्नाटक की भी कह डाला। खट्टर ने कहा, ‘‘यह हमारे लिये गौरव का क्षण है क्योंकि हमारी दो बेटियों ने रक्षा बंधन के पर्व पर दो पदक जीते। हरियाणा की साक्षी मलिक और सिंधु (दूसरों से पूछने लगे कि उसका नाम क्या है)….कर्नाटक की पीवी सिंधु (सिंधु हैदराबाद की हैं)। ’’ खट्टर यहां हरियाणा सरकार द्वारा ओलंपिक कांस्य पदकधारी साक्षी मलिक के स्वागत सम्मान समारोह के दौरान भारी संख्या में मौजूद लोगों के समक्ष भाषण दे रहे थे।
साक्षी रियो डि जिनेरियो से आज सुबह रोहतक के निकट बहादुरगढ़ पहुंची और यहीं पर यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। खट्टर सरकार ने हैदराबाद की बैडमिंटन खिलाड़ी सिंधु के लिये भी 50 लाख रूपये के नकद पुरस्कार की घोषणा की है।
बहादुरगढ़ में 11 मिनट के भाषण के दौरान खट्टर ने यह भी कहा कि उनकी सरकार उन एथलीटों की पहचान करेगी और मदद करेगी जिन्होंने हरियाणा में पुलिसकर्मियों की भर्ती के दौरान अच्छा समय निकाला है। खट्टर को पहले साक्षी मलिक को रोहतक स्थित उनके गांव मोखरा खास में सम्मानित करना था लेकिन बाद में बहादुरगढ़ में ही सम्मानित करने का फैसला किया गया। उनके साथ उनके वरिष्ठ कैबिनेट साथी कप्तान अभिमन्यु और ओपी धनकड़ इस स्टार पहलवान के स्वागत के लिये मौजूद थे। इस सम्मान समारोह में साक्षी को मुख्यमंत्री ने 2.5 करोड़ रूपये का चेक प्रदान किया। मुख्यमंत्री ने इस 23 वर्षीय पहलवान के दोनों कोचों के लिये भी 10…10 लाख रूपये के नकद पुरस्कार की घोषणा की, इसके अलावा साक्षी के गांव के लिये खेल नर्सरी और स्टेडियम की भी घोषणा की। साक्षी को नरेंद्र मोदी सरकार के ‘बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओ’ कार्यक्रम के लिये हरियाणा का ब्रांड एम्बेसडर भी नियुक्त किया था।