नेशनल एशोसिएशन ऑफ ब्लाइंड के वाइस प्रेसिडेंट भास्कर मेहता कहते हैं कि भारतीय अंध टीम को भालाजी जैसा प्रतिभावान खिलाड़ी फिर नहीं मिला, “विश्वकप के दौरान उसके साथी खिलाड़ी उसे सचिन तेंदुलकर कहकर बुलाते थे।”

नेशनल एशोसिएशन ऑफ ब्लाइंड के वाइस प्रेसिडेंट भास्कर मेहता कहते हैं कि भारतीय अंध टीम को भालाजी जैसा प्रतिभावान खिलाड़ी फिर नहीं मिला, “विश्वकप के दौरान उसके साथी खिलाड़ी उसे सचिन तेंदुलकर कहकर बुलाते थे।”


