सीतापुर के बिसवां से विधायक रामपाल और अमरोहा के अशफाक अली को भी टिकट नहीं दिया गया। मुलायम ने जो अपने प्रत्याशी उतारे थे, उनमें से अधिकतर के टिकट काट दिए गए। दूसरे दलों की शरण में समाजवादी एसपी में अखिलेश की नाराजगी का शिकार हुए जिन लोगों को टिकट नहीं मिला, उनमें ज्यादातर मुलायम-शिवपाल के करीबी हैं। अंबिका चौधरी बीएसपी में शामिल हो गए तो लोकदल के अध्यक्ष सुनील सिंह ने तो सभी बागियों को टिकट देने का ऐलान कर दिया। अब तक विधान परिषद के सभापति रमेश यादव के पुत्र आशीष यादव को लोकदल से एटा सदर से, रामवीर को जसराना-फिरोजाबाद से, रामपाल को बिसवां सीतापुर से और राजबाबू को बक्शी का तालाब सीट से टिकट दिया है।
सुनील ने कहा कि वह शिवपाल और मुलायम के करीबी नेताओं को टिकट दे रहे हैं। उनका दावा है कि पूर्व मंत्री शादाब फातिमा सहित कई एसपी के पूर्व विधायक उनके संपर्क में हैं। उन्होंने कहा कि शिवपाल और मुलायम जिसे कहेंगे, वह उसे टिकट देंगे। वहीं आरएलडी भी कई एसपी नेताओं को टिकट देने जा रही है। अब तक वह विधायक गुड्डू पंडित और एमएलए मुकेश शर्मा को टिकट दे चुकी है। लोकदल के अध्यक्ष सुनील सिंह का कहना है कि नेताजी (मुलायम) को नजरबंद कर दिया गया है। यही नहीं उनके करीबी एमएलसी मधुकर जेटली को भी धमकाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मैंने चुनाव आयोग से इसकी शिकायत की है।