योग महोत्सव में बोलते हुए योग का देश में अभी तक ज्यादा बढ़ावा नहीं मिलने का कारण पूर्ववर्ती सरकार की नीतियों को बताते हुए यूपी के सीएम ने कहा, ‘अगर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने का प्रस्ताव 2014 के पहले आता तो क्या होता? उस समय भी इसे सांप्रदायिक माना जाता। हम सबको यह तय करना होगा कि वास्तव में सांप्रदायिक कौन है। पीएम मोदी ने पूरी दुनिया में योग में फैलाया। उसे बढ़ावा दिया। उन्हीं के प्रयास के कारण दुनिया के 192 देश अंतरराष्ट्रयी योग दिवस के हिस्सा हैं।’
बता दें कि तीन दिवसीय इस राज्य स्तरीय समारोह में योगविद शोधपत्र पेश करेंगे। योग, ध्यान, प्राकृतिक चिकित्सा और आयुर्वेद पर व्याख्यान होगा। योग प्रश्नोत्तरी और पोस्टर प्रतियोगिता भी होगी। इसमें तनाव, कुंठा, अवसाद, अनिद्रा, माइग्रेन, रक्तचाप, मधुमेह, अर्थराइटिस, सोराइसिस, कोलाइटिस, हृदय रोग, कैंसर जैसी बीमारियों के उपचार पर सत्र होंगे। 30 मार्च को आर्ट ऑफ लिविंग की वर्कशॉप सुबह छह बजे से होगी।