ढाका में जमात-उल-मुजाहिदीन के 9 आतंकी ढेर

0

ढाका। बांग्लादेशी सुरक्षा बलों ने मंगलवार तड़के आतंकियों के एक ठिकाने पर छापेमारी करके ढाका के कैफे पर घातक हमले के दोषी प्रतिबंधित जमात-उल-मुजाहिदीन के नौ इस्लामी चरमपंथियों को मार गिराया। इस दौरान आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच भीषण गोलीबारी हुई।

खुफिया जानकारी के आधार पर पुलिस की विशेष एसडब्ल्यूएटी इकाई, विशिष्ट अपराध-रोधी रैपिड एक्शन बटालियन और जासूसों ने मिलकर कल्याणपुर इलाके में एक सात मंजिला इमारत पर छापा मारा। आतंकियों ने सीढ़ियों के उपर से सुरक्षाबलों पर हमला बोला, जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी शुरू हो गई।

पुलिस के अनुसार एक घंटे तक चली गोलीबारी के बाद नौ आतंकी मारे गए और गोलियों से घायल हुए एक आतंकी को गिरफ्तार कर लिया गया।

पुलिस महानिरीक्षक ए के एम शहीद उल हक ने संवाददाताओं को बताया कि आतंकियों के बांग्लादेशी चरमपंथी समूह जेएमबी का सदस्य होने का संदेह है। यह वही संगठन है, जिसे एक जुलाई को ढाका के कैफे पर घातक हमले के लिए सरकार ने जिम्मेदार ठहराया था। कैफे पर हुए हमले में 22 लोग मारे गए थे, जिनमें से अधिकतर विदेशी थी।

इसे भी पढ़िए :  राज्यसभा में जीएसटी बिल पेश, कांग्रेस करेगी समर्थन

हक ने कहा, ‘‘आतंकियों को प्राथमिक तौर पर उसी समूह का सदस्य माना जा रहा है, जिन्होंने गुलशन रेस्तरां और उत्तरी शोलाकिया में आतंकी हमले किए।’’

ढाका के संयुक्त पुलिस आयुक्त शेख मारूफ हसन ने कहा कि ‘ऑपरेशन स्टॉर्म 26’ विशेष छापेमारी अभियान स्थानीय समयानुसार सुबह पांच बजकर 51 मिनट पर शुरू किया गया। इस अभियान के तहत आसपास के इलाके को घेरकर जहाज बिल्डिंग नामक मकान पर धावा बोला गया। यह अभियान लगभग एक घंटे तक चला। खबरों में बताया गया कि इस्लामी बंदूकधारियों ने काले कपड़े एवं पगड़ी पहनी थी और कंधे पर बैग टांगे हुए थे। वे लोग ‘‘अल्लाहू अकबर’’ के नारे लगा रहे थे।

इसे भी पढ़िए :  झूठ बोल रहे हैं दिग्गी, प्रज्ञा से कभी नहीं मिले राजनाथ :भाजपा

स्थानीय मीडिया की खबरों के अनुसार, गिरफ्तार आतंकी का इलाज राजधानी के एक अस्पताल में चल रहा है। पुलिस ने जब अस्पताल में उससे पूछताछ की तो उसने माना कि वह आईएसआईएस से प्रेरित था।

पुलिस प्रमुख ने कहा कि यह छापेमारी खुफिया रिपोर्ट के आधार पर की गई थी। यह इस माह की शुरूआत में एक के बाद एक हुए दो आतंकी हमलों के बाद देशभर में आतंकवादियों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई का हिस्सा है।

उन्होंने कहा कि आतंकी बड़े स्तर पर एक और हमले को अंजाम देने की योजना बना रहे थे।

हक ने कहा कि पुलिस को आईएसआईएस से उनके रिश्ते के कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं लेकिन सुरक्षा विश्लेषकों ने पहले कहा था कि विचारधारा के स्तर पर जेएमबी का झुकाव सीरिया के आतंकी संगठन आईएसआईएस की ओर है, जिसने एक जुलाई के हमले की जिम्मेदारी ली थी।

इसे भी पढ़िए :  भारत के दबाव के आगे झूका चीन, एनएसजी पर बातचीत करने के लिए हुआ तैयार

‘जहाज बिल्डिंग’ मध्यम आय वाले लोगों के लिए बना एक आवासीय अपार्टमेंट परिसर है। यहां के अधिकतर फ्लैटों में लोग अपने परिवारों के साथ रहते हैं लेकिन इमारत की दो मंजिलें छात्रों और कुछ युवाओं को किराए पर दी गई हैं।

बांग्लादेश इस्लामी चरमपंथियों के घातक हमलों से उबरने की कोशिश कर रहा है।

आईएसआईएस के संदिग्ध आतंकियों द्वारा ढाका के राजनयिक क्षेत्र में स्थित मशहूर कैफे पर बोले गए हमले में 22 लोग मारे गए थे, जिनमें एक भारतीय लड़की भी शामिल थी। इस पूरे प्रकरण का अंत कमांडो हमले के साथ हुआ, जिन्होंने छह हमलावरों को मार गिराया और एक को जिंदा पकड़ लिया।