पाकिस्तान सरकार अगले दस दिनों के अंदर नए आर्मी चीफ का नाम घोषित कर देगी। हालांकि अभी तक इस पर कोई फैसला नहीं लिया है। आपको बता दें कि जनरल शरीफ इस महीने के अंत में रिटायर हो जाएंगे।
पाकिस्तान समाचार एजेंसी एपीपी ने वरिष्ठ मंत्री तारिक फजल चौधरी के हवाले से बताया, ‘सरकार ने अब तक इस बारे में (कौन नया सेना प्रमुख होगा) फैसला नहीं किया है, लेकिन हफ्ते या 10 दिन में वह उनके नाम की घोषणा कर दी जाएगी।’ जनरल राहील शरीफ ने कई महीना पहले यह घोषणा की थी कि अपने पूर्ववर्ती जनरल अशफाक परवेज कयानी की तरह उन्हें दूसरा कार्यकाल नहीं चाहिए।
घरेलू और बाहरी सुरक्षा चुनौतियों के बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की सरकार पर जनरल राहील शरीफ के उत्तराधिकारी के नाम को लेकर अनिश्चितता खत्म करने का दबाव है। कानून के अंतर्गत प्रधानमंत्री को नए सेना प्रमुख की नियुक्ति का विशेषाधिकार है। इस संबंध में उनकी शक्ति असीमित है, लेकिन पद से मुक्त हो रहा सेना प्रमुख उन्हें परामर्श दे सकता है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री किसी भी वरिष्ठ लेफ्टिनेंट जनरल को सेना प्रमुख के तौर पर चुन सकते हैं और वह अधिकारियों की वरिष्ठता का अनुकरण करने के लिए बाध्य नहीं हैं।
सिर्फ PM को है आर्मी चीफ चुनने का अधिकार
पाकिस्तान में नए आर्मी चीफ चुनने का अधिकार प्रधानमंत्री के पास सुरक्षित है। इसमें उनका ही निर्णय अंतिम माना जाता है। हालांकि तत्कालीन आर्मी चीफ इस बाबत किसी का नाम सुझाव के लिए दे सकता है। पाकिस्तान में आर्मी चीफ को लेकर अधिकारी का सबसे वरिष्ठ हाेना मायने नहीं रखता है। लिहाजा नवाज शरीफ किसी को भी इसके लिए चुन सकते हैं। वहीं मौजूदा समय में यह पाकिस्तान सरकार के लिए भी चुनौती बनती जा रही है। भारत के साथ निचले दर्जे पर पहुंचे रिश्ते और पीओके में हुई सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाक पीएम नवाज शरीफ पर काफी दबाव है।