देश में राष्ट्रपति पद के लिए होने जा रहे चुनावों को लेकर आधे से अधिक अमेरिकी तनाव में हैं ओर जो लोग सोशल मीडिया का उपयोग कर रहे हैं उन पर तनाव हावी होने की आशंका अधिक है। ये बात हम नहीं कह रहे बल्कि ये दावा है एक रिपोर्ट का। पीटीआई भाषा की खबर के मुताबिक अमेरिका के इतिहास में होने जा रहे सर्वाधिक विषमता भरे इन चुनावों से पहले किए गए एक सर्वेक्षण में यह दावा किया गया है। आपको बता दें कि मीडिया के हर रूप में दैनिक कवरेज में राष्ट्रपति पद के चुनाव का वर्चस्व है।
अमेरिकन साइकोलॉजिकल एसोसिएशन यानी एपीए ने अमेरिका में रह रहे 18 साल से अधिक उम्र के 3,511 वयस्कों को इस ऑनलाइन सर्वे में शामिल किया। रिपोर्ट में शामिल करीब 52 फीसदी युवाओं ने माना कि साल 2016 का राष्ट्रपति चुनाव तनाव का अत्यधिक या थोड़ा बहुत कारण है।
एपीए के व्यावहारिक अनुसंधान एवं नीतिगत मामलों के लिए सहायक कार्यपालक निदेशक लिन बुफका ने बताया ‘‘हम देख रहे हैं कि आपका डेमोक्रेट या रिपब्लिकन के तौर पर पंजीकृत होना मायने नहीं रखता। अमेरिकी वयस्कों का कहना है कि इन चुनावों के कारण वह बेहद तनाव में हैं।’’ बुफका ने कहा ‘‘सोशल मीडिया पर बहस, तर्कों, खबरों और वीडियो की वजह से चिंता, अवसाद बढ़ सकते हैं, खास उन हजारों टिप्पणियों से जो तथ्यात्मक, शत्रुतापूर्ण या फिर भड़काउ होती हैं।’’ सर्वे में यह भी पता चला है कि सोशल मीडिया चुनाव और इससे संबंधित विषयों के संबंध में अमेरिकियों के तनाव के स्तर को प्रभावित करता प्रतीत होता है।