ब्रह्मदाग बुगती ने पिछले दिनों आरोप लगाया था कि पाकिस्तान ने स्विट्जरलैंड पर उन्हें नागरिकता न देने को लेकर दबाव डाला है। इस साल की शुरुआत में उन्हें यह महसूस हुआ कि उनको स्विस पासपोर्ट नहीं दिया जा सकता है और उल्टे उन्हें स्विट्जरलैंड में ही लंबे समय तक रोका जा सकता है।
अपने दादा अकबर बुगती की हत्या के बाद वह 2006 में पाकिस्तान से भाग गए थे। 4 साल तक अफगानिस्तान में राजकीय अतिथि के तौर पर रहने के बाद 2010 में वह स्विट्जरलैंड पहुंचे थे। तब से वह अपने परिवार समेत यहां राजनीतिक शरणार्थी के तौर पर रह रहे हैं।































































