अमेरिका में एक भारतीय इमिग्रेंट को एक फ्रॉड स्कीम के जरिए 25 मिलियन डॉलर (170 करोड़ रुपए) कमाने के आरोप में 9 साल की जेल की सजा सुनाई गई है। अमित चौधरी (44) नाम के शख्स को अलेक्जेंड्रिया फेडरल कोर्ट ने यह सजा सुनाई है। चौधरी को पिछले साल 21 सितंबर को इस मामले में दोषी करार दिया गया था।
अमित चौधरी को वर्जिनिया की फेडरल कोर्ट ने गुरुवार (2 फरवरी) को सजा दी। सजा मिलने के बाद जेल ले जाने से पहले अमित चौधरी ने मीडिया से कहा कि उसने अपने परिवार के लिए यह सब किया। उसने यह भी कहा कि यह घटना जीवन भर उसको डराती रहेगी। उसने कहा कि वह कभी भी अपराधी नहीं बनना चाहता था। अमित चौधरी के साथ इस फ्रॉड में भारत में रहने वाला एक शख्स भी शामिल था। वह अमेरिकन एक्सप्रेस में काम किया करता था।
अमित चौधरी और उसके साथ ने मिलकर लगभग 1000 लोगों को अपना शिकार बनाया है। ईईए दोनों सस्ते ट्रेवल प्लान्स की स्कीम चलते थे। दोनों कस्टमर के क्रेडिट कार्ड से चुराये गए पैसे से ही कस्टमर्स के बिल भर देते थे। दोनों लोग वीजा फ्रॉड और गबन योजनाओं में भी शामिल थे।