दिल्ली
आतंकवादी संगठन आईएस के आतंकी ने आज विस्फोटक से लदी अपनी कार से अदन के सेना प्रशिक्षण केन्द्र पर हमला किया जिसमें 71 सैनिक मारे गए। पिछले एक वर्ष में यह राजधानी यमन में हुआ सबसे भयावह आतंकवादी हमला है।
सउदी-नेतृत्व वाले गठबंधन के सहयोग से सेना नए रंगरूटों को प्रशिक्षित कर रही है ताकि वे देश में चल रही शिया हुथी विद्रोहियों, उनके सहयोगियों और सुन्नी जेहादियों के खिलाफ युद्ध में शामिल हो सकें।
अदन फिलहाल यमन की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सरकार का अस्थायी केन्द्र है। यह सरकार देश में एक साल से अधिक समय से ईरान समर्थित विद्रोहियों और जिहादियों के खिलाफ संघषर्रत है।
सुरक्षा अधिकारियों ने कहा कि हमलावर ने आज सुबह विस्फोटक से लदे वाहन से उत्तरी अदन के एक प्रशिक्षण केन्द्र में सेना में शामिल नये रंगरूटों के समूह को टक्कर मारी।
अधिकारियों ने कहा कि वैसे केन्द्र बंद था और नये रंगरूट अंदर मौजूद थे लेकिन हमलावर ने वाहन अंदर तब घुसाया जब दरवाजा एक डिलीवरी वाहन के लिए खुला।
प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि सेना में भर्ती हुए कुछ नये रंगरूट उस समय मलबे में दफन हो गये जब विस्फोट के बाद एक छत ढह गई।
मेडिकल सूत्रों ने बताया कि कम से कम 71 लोग मारे गए हैं जबकि 98 घायल हुए हैं।
डॉक्टर्स विदाउट बार्डर्स ने ट्विटर पर बताया कि अदन में उसके अस्पताल में ‘‘45 शव और कम से कम 60 घायल लोग आए हैं।’’ आईएस ने अपने आधिकारिक प्रचार आउटलेट ‘अमाक’ पर आज के हमले की जिम्मेदारी ली है।