मेलिसा ने समझ लिया कि उसे उससे निजात मिल गई। कुछ महीनों तक उसने मेलिसा की खोज ख़बर नहीं ली तो उसने मान लिया कि वह उसे भूल गया है। लेकिन उसने 24 जनवरी, 2012 को मेलिसा को फ़ोन पर कहा कि वह मामले को रफ़ा दफ़ा करना चाहता है और मेलिसा को अंतिम बार अपनी बांहों में भर लेना चाहता है। मेलिसा समझ गई कि कुछ गड़बड़ है। इसके बावजूद वो उससेस मिलने गई, साथ में काली मिर्च वाली स्प्रे और मोबाइल फ़ोन लेती गई।
मेलिसा ज्योंही उससे मिली, उसने उस्तरा निकाल लिया और मेलिसा पर पर हमलों की बौछार कर दी। मेलिसा उससे जूझती रही। उसनेर उसके हाथ में दांतों से काटा, मुक्के मारे, धक्के दिए और चिल्लाई। मेलिसा ज़मीन पर गिर पड़ी, काफ़ी ख़ून बहा। वो चिल्लाई तो रॉबर्ट ने समझ लिया कि पुलिस पंहुचने ही वाली है। वह मेलिसा को मार डालना चाहता था, लिहाज़ा उसने और बड़ा चाकू निकाल लिया और मेलिसा पर और तेज़ी से हमले करने लगा। मेलिसा मौत के कगार पर पंहुच गई। वो अस्पताल में लंबे समय तक भर्ती रही। उसे 12 बोतल ख़ून चढ़ाया गया। लेकिन वो बच गई और यह एक चमत्कार ही था।