दिल्ली:
अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता के माध्यम से तय संघषर्विराम आज सूर्यास्त के साथ ही सीरिया में लागू होना है, लेकिन विपक्षी बलों ने अभी तक इसपर हस्ताक्षर नहीं किए हैं।
इस समझौते की स्थिति यह है कि सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद ने ‘‘आतंकवादियों’’ से पूरे देश को वापस लेने की कसम खायी है।
रूस और अमेरिका के बीच मैराथन वार्ता के बाद शुक्रवार को इस समझौते की घोषणा हुई थी। इसे सीरिया में पांच साल से चल रहे खूनी गृहयुद्ध को रोकने का सबसे अच्छा मौका माना जा रहा है।
इस संघषर्विराम का लक्ष्य युद्ध पर अस्थाई रोक लगाने के साथ-साथ लाखों की संख्या में असैन्य नागरिकों को महत्वपूर्ण सहायता मुहैया कराना है।
शुरूआती समझौते के अनुसार, स्थानीय समयानुसार आज शाम सात बजे से संघषर्विराम 48 घंटे के लिए लागू होना था। इस दौरान इस्लामिक स्टेट सहित अन्य जिहादियों के कब्जे से मुक्त क्षेत्रों में युद्ध रोका जाना था।
इसी दौरान लोगों तक मानवीय सहायता पहुंचायी जाएगी। विशेष रूप से अलेप्पो शहर में जहां सरकार और विद्रोहियों दोनों का नियंत्रण है।
संघषर्विराम का प्रत्येक 48 घंटे में नवीनीकरण किया जाएगा। यदि यह एक सप्ताह तक चलता है तो मास्को और वाशिंगटन संयुक्त रूप से जिहादियों के खिलाफ अभियान चलाएंगे।