उनकी फॉर्मूला1 टीम की नयी कार बुधवार को सिल्वरस्टोन में उतारी गयी। भगोड़ा माल्या लंबे समय से भारतीय एजेंसियों के निशाने पर हैं और भारत सरकार भारतीय बैंकों को करोड़ों रूपये का ऋण ना चुकाने के आरोपों को लेकर उनके प्रत्यर्पण के लिए ब्रिटिश सरकार से बातचीत कर रही है।
नवंबर, 2016 में ब्रिटिश पीएम थेरेसा की भारत यात्रा के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी के साथ बैठक में यह मामला उठा था कि दोनों देशों के बीच अपराधियों के प्रत्यर्पण को लेकर और सहयोग स्थापित होना चाहिए। उसके बाद ही यह बैठक हुई है। विदेश मंत्रालय की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक दोनों पक्ष प्रत्यर्पण के मामले में होने वाली देरी और इस बारे में विश्वस्तरीय मापदंडों का अध्ययन करेंगे और उसे लागू करेंगे ताकि अपराधियों पर जल्द से जल्द कानूनी शिकंजा कसा जा सके। तय किया गया है कि इस बारे में जो भी प्रगति होगी उसे हर छह महीने पर एक दूसरे को जानकारी दी जाएगी।